![]() ![]() ए उदासियों आओइस मोहल्ले में जश्न मनाओकि यहाँ ऐतराज़ की दुकानों पर ताला पड़ा हैसोहर गाने का मौसम बहुत उम्दा हैरुके ठहरे सिमटे लम्हों से गले मिलोहो सके तो मुस्कुराओएक दूजे को देखकरयहाँ अदब का नया शहर बसा हैसिर्फ तुम्हारे लियेरूमानी होने का मतलबसिर्फ वही नहीं होतातुम भ... |
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