![]() ![]() मुझे ऊपर उठना था अपनी मानवीय कमजोरियों से आदान प्रदान के साँप सीढ़ी वाले खेल से मैंने खुद को साधना शुरू किया रोज खुद से संवाद किया अपनी ईर्ष्या अपनी कटुता अपनी द्वेषमयी प्रवृत्ति से पाने को निजात जरूरी था अपने शत्रुओं से दूरी बनाना उनका भला चाहना उनका भला सोचना ये चाहन... |
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