आज फिर तन्हाई है क्या हाल अपना रह गया,जो कभी देखा था हमने सिर्फ सपना रह गया। गम में तेरे आज तक हर शय मेरी रोती रही, आज तक बहती रही आँखों का थकना रह गया।आज अपने शहर में देखा की सब अनजान हैं,सब पराये हो गये कोई ना अपना रह गया। मै तेरी गलियो... |
कुछ तो बात है उसमे ,कुछ तो खास है उसमे .कभी नजदीक आती है कभी वो दूर जाती है,कभी नज़रें मिलाती है कभी नज़रें झुकाती है। कुछ तो बात है उसमे ,कुछ तो खास है उसमे .कभी मेहफिल में आती है बड़ी रौनक सजाती है,कभी तन्हाइयों में रहके भी दिल को लगाती है. कुछ त... |
एक बार एक लड़का था जो एक लड़की से बहुत प्रेम करता था ,रोजाना उसे आते जाते देखता और अपना दिल बहलाता।कई दिन ऐसे ही गुजर गये।एक दिन उसने सोचा की अब अपने प्रेम का इजहार कर देना चाहिए ,वो लड़की जब आई तो उसने उस लड़की से कहा की मुझे आपसे बहुत ज्यादा मोहब्बत हो गई है।मै रोजाना ... |
Tag :हिंदी प्रेम कहानियां
भूलकर तुझको ना भुला आज तक भी दिल कभी,दूर तक चलता रहा पर ना मिली मंजिल कभी। मै तेरी राहों को आँखों में छुपा कर चल दिया , तू पलटकर देख इन राहों में आके मिल कभी।है मेरा गुलशन मोहब्बत मै तो इक भंवरा सही ,जान इस भंवरे की खातिर फूल बनकर खिल कभी। ... |
एक लड़की के जज्बात की कहानी.उसी की जुबानी.जिसमे उसका यकीन साफ़ झलकता है.जिसने मोहब्बत पर कामिल यकीन के जरिये अपनी मोहब्बत को अपनी किस्मत से पाया.और अपने माँ बाप को भी रुसवाई से बचाया.आइये जानते हैं कैसे ?तमन्नाएँ किसकी नही होती की कोई हमे बहुत प्यार करे.हमारे लिए अपनी ज... |
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मोहब्बत में कुछ यूँ हुआ बे खबर,ना तेरा पता है ना अपनी खबर. मोहब्बत में तेरी यूँ खोया हूँ हर दम , ना मन का पता है ना दिल की खबर.क्यूँ चोरी से सपनो में आ जा रहे हो,मै सोया हूँ पर दिल नही बे खबर. मेरे दिल में कितनी है चाहत तुम्हारी, ना तुम... |
'' मदर्स डे स्पेशल ''मकामो मर्तबा तुझ सा किसी का हो नही सकता ,तेरे अहसान का बदला तो अदा हो नही सकता . जिसे गिरा दे तू एक बार अपनी नज़रों से , पूरी दुनिया में कोई उसका सगा हो नही सकता.कोई तुझको करे नाराज़ और रब को... |
मै तेरी याद में कुछ इस तरह से आज खो जाऊं,तेरे शानों पे रख के सर को अपने आज सो जाऊं. करूं आँखें जो बंद अपनी मुझे तू ही नज़र आये, मै तेरे प्यार में पागल कहीं ना आज हो जाऊं.करीब आओ मेरे इतने की मेरी सांस को छु लो,तुम्हे दरिया बनाकर खुद तुम्हारी प्यास हो जाऊं. ... |
मेरी साँसों में बसी आज तक खुशबु तेरी ,है मेरे दिल को अभी तक भी जुस्तजू तेरी. तुम्हारे बिन मेरी हर चीज अधूरी सी है , मुझे कितनी है जरुरत मै क्या कहूँ तेरी.मै तेरा नाम तो लिख देता हर जगह में मगर,मुझे अपने से भी प्यारी है आबरू तेरी. मै तेरे ... |
''आमिर खान ''ये वो नाम है जो अपनी शर्तों पर जीने में विशवास रखता है.जहाँ टीवी पर लाफ्टर शो ,सास बहु ,और तरह तरह के शोज अपनी टीआरपी बढ़ने के लिए कोशिशों में मशरूफ हैं ,वहीँ इन सबसे हटकर ,सबसे अलग और सबसे जुदा आमिर का पहला टीवी शो''सत्यमेव जयते '' है ,यानि सच की हमेशा जीत होती है.इस ... |
एक बहुत ही मशहूर कहानी है शायद आपने इसे कई बार देखा और पढ़ा होगा.कहते हैं की एक माँ थी और एक उसका बेटा था.माँ ने मेहनत मजदूरी करके अपने बेटे की परवरिश की.दुःख लक्लीफें उठाकर उसे पाला पोसा और बड़ा किया.अब ये नवजवान हो चुका था.एक दिन कहीं से गुजर रहा था तो रास्ते में एक लड़की ... |
आज सेकड़ों घरों में अमन नही है.आये दिन लड़ाई झगडे बेसुकुनी ,तरह तरह की सियासतें ,इन सबकी एक ख़ास वजह है सास बहु के झगडे.आज फिल्मो और सास बहु के नाटकों को देख देख कर घर की औरतों की कैसी तरबियत हो रही है ये बात वही समझ सकते हैं जिनके घरों में एक तरफ उनको उनकी माँ खींचती है तो द... |
मोहब्बत बहुत थी दीवाने की खातिर ,मगर साथ छुटा ज़माने की खातिर . तेरी याद है अब तलक मेरे दिल में , बहुत कोशिशें की भुलाने की खातिर.बहुत कोशिशें की सनम साथ तेरे ,मोहब्बत की दुनिया बसाने की खातिर. दिलाया तुम्हे कितना कामिल यकीं , फकत ... |
किये अपने वादे निभा ना सका ,हुई क्या खता ये बता ना सका. बनाया तुझे अपना कुछ इस तरह से , किसी को भी अपना बना ना सका.तेरा नाम लिखा है यूँ मेरे दिल पे ,बड़ी कोशिशें की मिटा ना सका. हुआ राहे उल्फत में कितना फना , कभी भी किसी को बता ना सका.फकत ... |
ये दिल क्यूँ किसी का दीवाना हुआ,ज़माने से इतना बैगाना हुआ. मेरा नाम तो याद है आज उनको, उन्हें हमसे बिछड़े जमाना हुआ.सनम आज तनहा हुआ दोस्त तेरा,बता किस तरह दोस्ताना हुआ. हुआ कल तलक तो मै उनका हबीब , मगर आज गुजरा जमाना हुआ.तेरे सामने फिर... |
तन्हाई में सहरा की तेरी याद में अक्सर,ख़त तो बहुत लिखे मगर पहुंचा नही पाया. यादों के समंदर में मै डूबा हूँ इस तरह, साहिल पे कभी लौटकर भी कभी आ नही पाया.लिखा था उनका नाम मेरे दिल पे इस तरह ,बस चीर के दिल उनको मै दिखला नही पाया. आशिक हुआ तो इस तरह ख... |
कहना तो चाहता था बहुत कुछ हमारा दिल ,ना लिख सका है ख़त में ना ही बता सका. यादों का सिलसिला तो यूँ बढ़ता चला गया , ना रोक सका मै कभी ना ही घटा सका.तुझको ही भुलाने को मै परदेस आ गया,ना दिल लगा सका हूँ ना तुझको भुला सका. वो छोड़कर गया तो गया आज तक कभी... |
दो लड़के पैदा होने के बाद बाबूजी की बड़ी ख्वाहिश थी की लड़की पैदा हो.आखिर एक दिन माँ ने बाबूजी को बताया की वो गर्भवती हैं.तो बाबूजी बहुत खुश थे.और दिल ही दिल दुआ कर रहे थे की इस बार बेटी पैदा हो तो मेरी आँखें ठंडी हों.आखिर वो दिन भी आ ही गया जब बाबूजी के कानो से ये खबर टकराई ,क... |
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आज तू दुल्हन बनी पर क्या करूं मजबूर हूँ,है बड़ी खुशियाँ तेरी पर क्या करूं मजबूर हूँ. दिल में थे अरमाँ बहुत करता तुझे आकर विदा , पर तमन्ना ही रही मै क्या करूं मजबूर हूँ.तू सदा आबाद हो अच्छा तेरा घर बार हो,ये दुआएं हैं मेरी मै क्या करूं मजबूर हूँ. क... |
जिन्दगी में कभी कभी सपने हज़ार मिलते हैं,मायूस जाने कितने ही तलबगार मिलते हैं. होती है चाहतों में ये जिदगी तमाम, हम जैसे जाने कितने ही बेक़रार मिलते हैं.आती है याद जब भी तन्हाइयों के घर में ,होता है हाल ऐसा हम अश्कबार मिलते हैं. दिल कह रहा ... |
मोहब्बत मिली पर नही रास आई ,कहानी सी बनकर मेरे पास आई. उन्हें तो मिली सच्ची चाहत मगर , जुदाई मेरे हिस्से में ख़ास आई.ना वो आ सके छोड़कर अपने घर को,मगर उनकी यादें मेरे साथ आई. जिन्हें साथ रहकर ना अहसास था, उन्हें याद मेरी मेरे बाद आई.ह... |
तोता और गालियांसंता ने एक तोता पाला हुआ था,जिसका पिंजरा वह रोजाना घर के दरवाजे पर रख दिया करता था।तोता सड़क से गुजरने वाले हर व्यक्ति को नमस्कार करता था लेकिन जंता सिंह के सामने आते ही गालियां देने लगता, लो आ गया कमीना....घटिया आदमी....इसके पास से बदबू आती है। जंता को हमेशा... |
तड़पता रहा हर घडी तेरी खातिर ,मगर तुमने मुझसे मोहब्बत नही की. इसे तुम वफा ही समझना मेरी , किसी से तुम्हारी शिकायत नही की.रहा देखता मै कई देर तुमको ,तवज्जोह की तुमने इनायत नही की. मिटाऊं मै कैसे तेरा नाम दिल से , कलम आम से तो लिखावट नही ... |
तुम्हे पाया तो यूँ पाया की जैसे पा लिया सब कुछ ,तुम्हे खोया तो यूँ खोया की जैसे खो गया सब कुछ. जो कल तक था मेरा अपना वो अब अंजान लगता है, की जैसे चंद सालों में पराया हो गया सब कुछ.मोहब्बत है मेरी कामिल तो फिर क्यूँ खौफ खाते हो,की जैसे खौफ दुनिया का त... |
पिछली कहानी में आपने पढ़ा था की मै घर वापस चला आया.और घर आकर मैंने घर वालों से पूछा की जमाल साहब ने रिश्ता पक्का किया था या नही ? तो घर वालों ने यही जवाब दिया की वो सिर्फ इतना कहकर गये हैं की हम आपको एक महीने के बाद अपने घर वालों से मशवरा करके लास्ट जवाब देंगे.खैर मुझे पूरी उ... |
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