एक जलता हुआगोला अभी आया ऊपरऔर, फिर झुक के उसे हमनेआफताब कहा..सच अभी और भी कुछ हैजो अयां होना हैये अलग है कि उसेकहने के बसख्वाब कहा..... |
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January 20, 2012, 12:14 pm |
मैंने बोला है झूठ इतनाबड़ाजिसके चक्कर मेंकायनात पड़ीहैं कहीं कोईझूठ उससे बड़ाढूंढ कर लाओबोलना है मुझे...... |
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January 5, 2012, 12:42 pm |
विदा करें,हम 2011 को दे मुस्कान!
2012 से माँगें नव सुर, गति, लय, तान!जैसे भी हो सके ध्यान हमको यह रखना है,हम दिनमान बदल सकते हैं तज करके अभिमान!!... |
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December 31, 2011, 12:40 pm |
खुरच-खुरच के जो अक्षर मिटाये जाते हैं,वोबम बनाने के सामां मेंपाये जाते हैंये लोगकिसके लिएइस्तेमाल होते हैं, जोहमारी अपनी गिरेबां मेंपाये जाते हैं... |
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December 30, 2011, 11:11 pm |
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