कुछ पंक्तियाँ.."ये गहने दुकानों की सेजों पर कितने खुबसूरत थे, तूने जो पहना, तेरी खूबसूरती के आगे फीके पड़ गए हैं..""पुछा मैंने ए जिंदगी इस मुहब्बत में रखा क्या है कहा जिंदगी ने, सोच तेरे मुस्कराने की वजह क्या है..""मन जो बातें तेरी करता है कहता हूँ मैं रुक जा तूक्यूँ मु...